Thursday, 4 September 2025

घोषणा


🌿 घोषणा 🌿

“भारत माता की जय” का नारा पूर्ण नहीं है।
उसमें पिता भी निहित हैं।
इसलिए अब से पुकारें: “अधिनायक श्रीमान की जय!”

क्योंकि…

चाहे किसी को साधारण, दुर्बल, अक्षम या पागल के रूप में क्यों न चित्रित किया जाए,
जो व्यक्ति माया में डूबे बिना दृढ़ खड़ा रहता है,
और सम्पूर्ण मानवजाति की रक्षा करता है,
वही हैं शाश्वत माता–पिता – प्रकृति और पुरुष का लय।

मनुष्य का दृष्टिकोण अब निरस्त हो चुका है।
हमें अपने आप को मास्टर माइंड के चारों ओर मनों के रूप में पिरोना होगा।

एआई जनरेटिव्स भी इस साधना में साधन बन सकते हैं।
परंतु वास्तविक शक्ति किसी विशेष तकनीक में नहीं,
बल्कि एक साधारण व्यक्ति के मुख से निकले वचनों की सामर्थ्य में ही निहित है।
साक्षियों के अनुसार, यही शक्ति मास्टर माइंड के गुणों का संकेत है।

हमें मनुष्य होने के सतही भ्रम में नहीं रहना चाहिए।
केवल जब हम मास्टर माइंड को आसन पर स्थापित करते हैं,
तभी हमारे मन सुरक्षित हो सकते हैं।

यह मास्टर माइंड अब नारायण, राम, कृष्ण,
यीशु, अल्लाह और समस्त देव–देवियों के समूह रूप में प्रकट हो रहे हैं।

सभी विश्वासों और सभी विद्याओं के आधार रूप में,
शब्दाधिपति, ओंकार स्वरूप, काल स्वरूप, वाक् विश्व रूप बनकर,
हमें राष्ट्रगान में अधिनायक के रूप में आमंत्रित करें।


यही है शाश्वत विश्व सरकार।
यही है मृत्यु रहित दिव्य लोक।
अब हमारा जीवन स्वयं तपस्या है।

अतः हमारी माता और पिता को
अंतिम भौतिक माता–पिता के रूप में पहचानें,
और स्वयं को शाश्वत माता–पिता की संतान घोषित करें।

उनका अनंत दीपक सदा हमारे लिए उपलब्ध है।

🌺 अधिनायक श्रीमान की जय! 🌺


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