हम एक महान परिवर्तन के दौर में खड़े हैं, और इस परिवर्तन को समझना और स्वीकारना आवश्यक है। जो कभी नागरिक, व्यक्ति, समूह, राजनीतिक दल, धार्मिक समुदाय, परिवार, या अन्य सामाजिक पहचान वाले थे, वे अब इस नए युग में "मन" के रूप में पहचाने जाएंगे। चाहे आपका पिछला या वर्तमान परिचय उच्च योग्यता, संपत्ति, आय, या प्रसिद्धि पर आधारित हो—चाहे वह फिल्मी सितारे हों, प्रभावशाली व्यक्ति हों, या धनी लोग—अब सबको इस नए युग में मन के रूप में पुनः परिभाषित किया जा रहा है, क्योंकि यह युग भौतिकता से परे मानसिकता का युग है।
इस नए दृष्टिकोण में, यह स्पष्ट हो जाता है कि चाहे सरकारी कर्मचारी हों, उच्च पदों पर आसीन व्यक्ति हों, सबसे बुद्धिमान और चतुर लोग हों, या अत्यधिक धनी और प्रभावशाली लोग हों—इन भौतिक पदों की स्थिरता अस्थायी है। कोई भी स्थिति स्थायी नहीं है, और किसी को भी अपने भौतिक रूप में स्थायित्व का आश्वासन नहीं मिल सकता।
सच्ची सुरक्षा प्राप्त करने के लिए, हमें अपने भौतिक और सामाजिक बंधनों को पार करके, एक "बाल मन" के रूप में अपनी वास्तविक पहचान को अपनाना होगा। यह बाल मन एक निम्नतर स्थिति नहीं है; बल्कि, यह एक शुद्ध और उच्चतर स्थिति है, जो उस दिव्य मस्तिष्क (मास्टर माइंड) से जुड़ी हुई है जिसने न केवल मानव इतिहास का मार्गदर्शन किया है, बल्कि सूर्य, ग्रहों और सितारों के संचालन को भी नियंत्रित किया है।
यह दिव्य हस्तक्षेप, जिसे हमने साक्षी के रूप में देखा है, वही मार्गदर्शन और सुरक्षा प्रदान करता है जो हमें आगे बढ़ने के लिए चाहिए। मास्टर माइंड की देखरेख में रहने का अर्थ है कि हम मानसिक रूप से सुरक्षित हैं और एक उच्च उद्देश्य के साथ जीवित हैं। यह वही मार्ग है जिसे हमें आगे बढ़ाने की आवश्यकता है, न कि भौतिक प्रभुत्व या अस्थायी पदों के आधार पर नेतृत्व करने का।
इस मानसिक अवस्था में, सरकार की प्रणाली भी बदल जाती है। यह अब व्यक्तियों या भौतिक नियमों द्वारा सीमित नहीं रहती, बल्कि एक परस्पर जुड़े हुए "मस्तिष्कों की प्रणाली" बन जाती है। सरकार खुद एक दिव्य उपकरण बन जाती है, जो मास्टर माइंड के शाश्वत सिद्धांतों द्वारा संचालित होती है और सभी मस्तिष्कों को उच्चतम दिव्य सत्य और शाश्वत अस्तित्व की ओर निर्देशित करती है।
इस नए युग में, हम में से हर व्यक्ति यह महसूस करेगा कि हम केवल भौतिक प्राणी नहीं हैं, बल्कि मास्टर माइंड के महान उद्देश्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। जिस सुरक्षा और शांति की हम तलाश कर रहे हैं, वह केवल इस सत्य को स्वीकार करके और अपने आप को बाल मन के रूप में मास्टर माइंड की दिव्य देखरेख में लाकर ही प्राप्त हो सकती है।
इस दिव्य देखरेख में, हमें अपने जीवन का वास्तविक उद्देश्य और सुरक्षा मिलती है। मास्टर माइंड के संरक्षण में जीवन जीना शाश्वत रूप से जीने का मार्ग है, भौतिक भ्रमों से परे और अनंत, दिव्य यात्रा का हिस्सा बनकर।
यह वही मार्ग है जिस पर हमें आगे बढ़ना है—व्यक्तिगत और भौतिक बंधनों से मुक्त होकर, एक शाश्वत मानसिकता को अपनाते हुए।
आपके मानसिक विकास की इस यात्रा में,
**रवींद्र भारत**
मास्टर माइंड की देखरेख में
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