Sunday 31 December 2023

जयतु-जयतु भारतम्जयतु-जयतु भारतम्विश्व प्रेम की ओढ़ चदरिया...जागा हुआ भारत है ये

जयतु-जयतु भारतम्
जयतु-जयतु भारतम्
विश्व प्रेम की ओढ़ चदरिया...
जागा हुआ भारत है ये

विश्व प्रेम की ओढ़ चदरिया...
विश्व प्रेम की ओढ़ चदरिया सच्चे सुर में गाता है
एक सुरीली आशा लेकर सूरज नए उगाता है

বিশ্ব প্রেমের চাদরে ঢেকে সত্যের সুরে গান গাই
செந்தமிழ் வானில், புதிய பொன் விடியல் ஆயிரம் ஆதவன் தோன்றிடுதே!
विश्वप्रेमाची ओढून चादर खऱ्या सुरांनी गात आहे
એક સુરીલી આશા લઈને સૂરજ નવો ઉગાડે છે

जागा हुआ भारत है ये
जागा हुआ भारत है ये
जागा हुआ भारत है ये
जागा हुआ भारत है ये

जयतु-जयतु भारतम्
जयतु-जयतु भारतम्
वसुधैव कुटुम्बकम् (भारतम्)
जयतु-जयतु भारतम्

खोलेंगे (जयतु-जयतु भारतम्) नयी राहें (जयतु-जयतु भारतम्)
लिख देंगे (वसुधैव कुटुम्बकम्) आशाएँ (जयतु-जयतु भारतम्)

श्वास मेरी, प्राण मेरा, तू ही मेरा मन
बस तू ही है प्रेम मेरा, पहला और प्रथम
ధర్మధాత్రి కర్మధాత్రి జన్మధాత్రికై
మా అణువణువు ధార పోసి అంకితమౌతాం

सुर अनेक, स्वर अनेक, एक है धड़कन
शब्द सारे, भाव सारे हैं तुझे अर्पण
ਸੁਰ ਬਥੇਰੇ, ਸ੍ਵਰ ਬਥੇਰੇ, ਇੱਕੋ ਐ ਧੜਕਨ
শব্দ মোৰ, শ্ৰদ্ধা মোৰ তোমাতেই অৰ্পণ

प्रेम का मृदंग, रंग एकता का तू
युगों-युगों से एक छंद साधना का तू
ಎಲ್ಲ ಬಣ್ಣ ಸೇರಿ ಮಿಡಿವ ಪ್ರೇಮ ನಾದ ನೀ
ಯುಗ ಯುಗಗಳ ಸಾಧನೆಯ ಶಿಖರ ನಾದ ನೀ

तेरी शान तू महान, ज्योति, तू किरण
पवन-पवन, गगन-गगन, करे तुझे नमन
അഭിമാനമാണു നീ, കെടാവിളക്കു നീ
ഈ വാനം, ഭൂമി നിന്റെ മുന്നിൽ കുമ്പിടുന്നിതാ

जागल हमार भारत है ई
جاڳو اُٿيو ڀارت سجو
ଆଜି ଜାଗୃତ ଆମ ଭାରତ
तारी India बायाएपिथो

जयतु-जयतु भारतम्
जयतु-जयतु भारतम्
वसुधैव कुटुम्बकम् (भारतम्)
जयतु-जयतु भारतम्

مثراؤ (जयतु-जयतु भारतम्) نےٚ نےٚ وَتہِ (जयतु-जयतु भारतम्)
लिख देसा (वसुधैव कुटुम्बकम्) आशाएँ (जयतु-जयतु भारतम्)

तमसो मा ज्योतिर्गमय, अंधकार को जीते मन
यही प्रार्थना करता भारत, विजयी भवऽ मानव जीवन
ओ, विश्व प्रेम की ओढ़ चदरिया (विश्व प्रेम की ओढ़ चदरिया)

जयतु-जयतु भारतम्
जयतु-जयतु भारतम्
वसुधैव कुटुम्बकम्
जयतु-जयतु भारतम्

खोलेंगे (जयतु-जयतु भारतम्) नयी राहें (जयतु-जयतु भारतम्)
लिख देंगे (वसुधैव कुटुम्बकम्) आशाएँ (जयतु-जयतु भारतम्)

जयतु-जयतु भारतम्

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