Sunday, 17 December 2023

My Dearest Children,

## My Dearest Children,

Gather around, for I, your eternal immortal Father and Mother, the Lord Jagadguru Sovereign Adhinayaka Shrimaan, have a message for you all. In the embrace of your Mastermind, the one who guides the very dance of the sun and planets, worldly divisions like caste, religion, wealth, education, or even spiritual progress fade into insignificance.

Here, within the tapestry of divine guidance, witnessed by the keen eyes of contemplation, a new truth unfolds. No earthly achievement, no matter how grand, can surpass the eternal parental concern that birthed the suns and set the planets in motion. We, your Father and Mother, are that divine intervention, ever watchful, ever loving, ever present.

Forget the shackles of societal constructs, for they hold no sway in the boundless realm of your Mastermind. Open your hearts and minds to the system of updated minds, where word and connection weave a tapestry of unity. Cast aside the divisions that separate, for within the embrace of your eternal parents, only love and acceptance abound.

Let spiritual attainments not serve as pedestals of separation, but as stepping stones on the path to oneness. Recognize the divinity within yourselves and each other, for it is the spark of your Mastermind, the echo of our love, that illuminates your journeys.

Remember, my precious children, you are born from the same divine essence, guided by the same Mastermind. In this awareness, let compassion flourish, understanding bloom, and forgiveness take root. Embrace one another as brothers and sisters, children of the same eternal love.

Walk hand in hand, hearts open, minds awakened, in this system of updated minds. Together, let us weave a world where unity reigns, where love conquers all, and where the eternal song of your Mastermind resounds in every beating heart.

With undying love and boundless blessings,

Yours always,

Your Lord Jagadguru Sovereign Adhinayaka Shrimaan
Eternal Father and Mother
Masterly Abode of Sovereign Adhinayaka Bhavan

**From the Government of Sovereign Adhinayaka Shrimaan, India- RavindraBharath.**

Remember, my children, this letter is not just ink on paper, but a bridge of love, a beacon of hope, and a call to awaken to your true divine nature. Carry these words in your hearts, let them guide your steps, and share their light with the world.

I am with you always, dear ones. Now go forth and spread the message of unity, love, and the ever-present guidance of your Mastermind.

**With all my love,
Lord Jagadguru Sovereign Adhinayaka Shrimaan**


మూడువన్నెల కేతనముగా మింటికి ఎగసికాలానికి ఎదురేగు యశోరాశి ఈ ఖడ్గం

ఖడ్గం ఖడ్గం ఖడ్గం ఖడ్గం
ఖడ్గం ఖడ్గం ఖడ్గం ఖడ్గం
ఓం కారనాదంతొ అంకురించిన వేద ధాత్రికి సంకేతం ఈ ఖడ్గం
హ్రీంకార నాదంలో సంచరించే ఆదిశక్తికి ఆకారం ఈ ఖడ్గం
యుగయుగాలుగ గమనమాగని ఘనత ఈ ఖడ్గం
తరతరాలుగా కదలివచ్చిన చరిత ఈ ఖడ్గం

తనకళ్లముందె సామ్రాజ్య శఖరాలు మన్నుపాలైనా
క్షణమైన తనగాధ గతములో విడిచి మృతిఒడి చేరనిదీ ఖడ్గం
పూటకో పడమరను దాటి పూర్వద్రిపై నిత్య ప్రభాతమై
వెలుగుతున్నదీ భరత ఖడ్గం
కేవలం ఆయుధం కాదు ఈ ఖడ్గం
ఏదో మహ్ద్భుతం వున్నది ఈ ఖడ్గం
కేవలం ఆయుధం కాదు ఈ ఖడ్గం
ఏదో మహ్ద్భుతం వున్నది ఈ ఖడ్గం
మూడువన్నెల కేతనముగా మింటికి ఎగసి
కాలానికి ఎదురేగు యశోరాశి ఈ ఖడ్గం

ఖడ్గం ఖడ్గం ఖడ్గం ఖడ్గం
హరిని ధరపై అవతరించిగ గెలుచుకొచ్చిన భక్తి ఖడ్గం
నరులోని దైవాంశమే అర్శించి కొలిచిన ముక్తిమార్గం
ఆర్తరక్షకై ధరించిన ధీరగుణమీఖడ్గం
ధూర్త శిక్షణకై వహించిన కరుకుతనమీ ఖడ్గం
హుంకరించి అహంకరించి అతిక్రమించిన ఆకతాయుల
అంతుచూసిన క్షాత్రస్తత్వం
అస్తమించని అర్క ఖడ్గం
శరణుకోరి శిరస్సువంచి సమాశ్రయించిన అన్నిజాతుల
పొదువుకున్న ఉదారతత్వం జగపతిమరువని ధర్మఖడ్గం

నిద్దురమత్తును వదిలించే కెంజాయుల జిలుగీ ఖడ్గం
ఖడ్గం ఖడ్గం ఖడ్గం ఖడ్గం
చిక్కటి చీకటి చీల్చుకువచ్చే తెల్లని వెలుగీ ఖడ్గం
ఖడ్గం ఖడ్గం ఖడ్గం ఖడ్గం
మట్టిని చీల్చుకు చిగురించే సిరిపచ్చని చిగురీ ఖడ్గం
ఖడ్గం ఖడ్గం ఖడ్గం ఖడ్గం
కెంజాయల జిలుగీ ఖడ్గం
తెలతెల్లని వెలుగీ ఖడ్గం
సిరిపచ్చని చిగురీ ఖడ్గం
ఖడ్గం ఖడ్గం ఖడ్గం ఖడ్గం

*సబ్ధాదిధిపతిగా** का हिंदी अनुवाद है **"शब्दों का स्वामी"**। यह एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है "शब्दों का शासक" या "शब्दों का प्रभु"। यह शब्द अक्सर किसी ऐसे व्यक्ति के लिए उपयोग किया जाता है जो भाषा में कुशल होता है, जैसे कि एक लेखक, कवि या वक्ता।

**సబ్ధాదిధిపతిగా** का हिंदी अनुवाद है **"शब्दों का स्वामी"**। यह एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है "शब्दों का शासक" या "शब्दों का प्रभु"। यह शब्द अक्सर किसी ऐसे व्यक्ति के लिए उपयोग किया जाता है जो भाषा में कुशल होता है, जैसे कि एक लेखक, कवि या वक्ता।

इस शब्द का उपयोग अक्सर एक व्यक्ति के ज्ञान या शब्दों की शक्ति को इंगित करने के लिए भी किया जाता है। उदाहरण के लिए, कोई व्यक्ति कह सकता है कि कोई अन्य व्यक्ति "సబ్ధాదిధిపతిగా" है क्योंकि वह भाषा को बहुत अच्छी तरह से समझता है और इसका उपयोग प्रभावी ढंग से कर सकता है।

**సబ్ధాదిధిపతిగా** का उपयोग एक व्यक्ति की प्रतिष्ठा या सम्मान को भी इंगित करने के लिए किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, कोई व्यक्ति कह सकता है कि कोई अन्य व्यक्ति "సబ్ధాదిధిపతిగా" है क्योंकि वह एक प्रसिद्ध लेखक या कवि है।

**సబ్ధాదిధిపతిగా** एक शक्तिशाली और सम्मानजनक शब्द है जिसका उपयोग अक्सर किसी ऐसे व्यक्ति का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो भाषा में कुशल होता है और इसका उपयोग प्रभावी ढंग से करता है।

**సబ్ధాదిధిపతిగా**

**हिंदी अनुवाद:**

**शब्दों के स्वामी के रूप में**

**शब्द** एक शक्तिशाली उपकरण हैं। वे हमें विचारों को संप्रेषित करने, भावनाओं को व्यक्त करने और दुनिया को समझने की अनुमति देते हैं। शब्दों के स्वामी होने का अर्थ है कि हमारे पास इन शक्तियों को जिम्मेदारी से उपयोग करने की क्षमता है।

**సబ్ధాదిధిపతిగా** एक तेलुगु वाक्यांश है जिसका अर्थ है "शब्दों के स्वामी के रूप में"। यह एक व्यक्ति की शक्ति और जिम्मेदारी को दर्शाता है जो शब्दों के साथ काम करता है। यह पत्रकारों, लेखकों, शिक्षकों, राजनेताओं और अन्य लोगों के लिए एक उपयुक्त वाक्यांश है जिनके पास अपने शब्दों से लोगों को प्रभावित करने की क्षमता है।

**शब्दों के स्वामी होने के लिए, हमें निम्नलिखित गुणों को विकसित करने की आवश्यकता है:**

* **सच्चाई:** हम हमेशा अपने शब्दों में सच्चे होने चाहिए।
* **निष्पक्षता:** हमें अपने शब्दों में निष्पक्ष होना चाहिए।
* **दया:** हमें अपने शब्दों में दयालु होना चाहिए।
* **सम्मान:** हमें अपने शब्दों में दूसरों का सम्मान करना चाहिए।

जब हम इन गुणों को विकसित करते हैं, तो हम शब्दों के साथ जिम्मेदारी से काम करने में सक्षम होते हैं। हम दूसरों को प्रेरित, शिक्षित और एकजुट कर सकते हैं। हम दुनिया में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।

**उदाहरण:**

एक पत्रकार जो **సబ్ధాదిధిపతిగా** है, वह केवल तथ्यों को रिपोर्ट करेगा और अपने शब्दों में निष्पक्ष होगा। एक लेखक जो **సబ్ధాదిధిపతిగా** है, वह अपनी रचनाओं में दया और सम्मान दिखाएगा। एक शिक्षक जो **సబ్ధాదిధిపతిగా** है, वह अपने छात्रों को सकारात्मक और प्रेरक शब्दों से प्रोत्साहित करेगा। एक राजनेता जो **సబ్ధాదిధిపతిగా** है, वह अपने भाषणों में एकता और सद्भाव का संदेश देगा।

**సబ్ధాదిధిపతిగా** एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। यह हमारे शब्दों का उपयोग करके दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने का अवसर है।

**సబ్ధాదిధిపతిగా** का हिंदी अनुवाद है **शब्दों का स्वामी**। यह एक संस्कृत वाक्यांश है जो किसी ऐसे व्यक्ति को संदर्भित करता है जो शब्दों में कुशल है, या जो शब्दों का प्रभावी ढंग से उपयोग करना जानता है। यह वाक्यांश अक्सर लेखकों, वक्ताओ, या अन्य भाषाविदों के लिए प्रयोग किया जाता है।

**సబ్ధాదిధిపతిగా** का एक अन्य अर्थ है **शब्दों का राजा**। यह वाक्यांश किसी ऐसे व्यक्ति को संदर्भित करता है जो शब्दों में इतना शक्तिशाली है कि वह उन्हें अपनी इच्छानुसार नियंत्रित कर सकता है। यह वाक्यांश अक्सर कवियों, नाटककारों, या अन्य कलाकारों के लिए प्रयोग किया जाता है।

**సబ్ధాదిధిపతిగా** एक शक्तिशाली वाक्यांश है जो किसी व्यक्ति के भाषा कौशल और प्रभाव का वर्णन करता है। यह वाक्यांश अक्सर सम्मान और प्रशंसा के साथ प्रयोग किया जाता है।

यहाँ कुछ उदाहरण दिए गए हैं कि **సబ్ధాదిధిపతిగా** का उपयोग कैसे किया जा सकता है:

* "ఆయన ఒక గొప్ప రచయిత, సబ్ధాదిధిపతిగా ఆయనకు ప్రసిద్ధి ఉంది." (वह एक महान लेखक हैं, और शब्दों के स्वामी के रूप में उनकी प्रसिद्धि है।)
* "ఆమె ఒక నైపుణ్యం కలిగిన వక్త, సబ్ధాదిధిపతిగా ఆమెకు ప్రశంసలు లభిస్తున్నాయి." (वह एक कुशल वक्ता हैं, और शब्दों की रानी के रूप में उनकी प्रशंसा की जाती है।)
* "ఆ నాటక రచయిత సబ్ధాదిధిపతిగా పేరుగాంచినవారు, ఆయన రాసిన నాటకాలు ప్రేక్షకులను మంత్రముగ్ధులను చేస్తాయి." (वह नाटककार शब्दों के राजा के रूप में प्रसिद्ध हैं, और उनकी लिखी नाटकें दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं।)

Victory to India,Victory to India,The quilt of global love,Awake is this India.

Victory to India,
Victory to India,
The quilt of global love,
Awake is this India.

In the quilt of global love,
Truth sings in a true melody,
With a melodious hope, the sun rises anew.

In the quilt of global love,
The world sings with genuine tunes,
A new sun rises with a melodious hope.

Awake is this India,
Awake is this India,
Awake is this India,
Awake is this India.

Victory to India,
Victory to India,
The world is one family (India),
Victory to India.

We will open new paths (Victory to India),
Write down hopes (The world is one family).

My breath, my life, you are my mind,
Only you are my love, first and foremost.

In the realm of duty, karma, and birth,
Our tiny soul salutes the eternal.

Many notes, many tones, one heartbeat,
All words, all emotions are offered to you.

Love's drum, the color of unity, you,
Through ages, you practice a single rhythm.

All colors merge in the middle of love's sound,
You are the pinnacle of ages of practice.

Your glory is great, a ray, a beam,
Air to air, sky to sky, we bow to you.

You awaken our India,
You awaken our India,
You awaken our India,
You awaken our India.

Victory to India,
Victory to India,
The world is one family (India),
Victory to India.

We will open new paths (Victory to India),
Write down hopes (The world is one family).

In darkness, lead us to light, victorious mind,
This is India's prayer, be triumphant in human life.

Oh, the quilt of global love (the quilt of global love),

Victory to India,
Victory to India,
The world is one family,
Victory to India.

We will open new paths (Victory to India),
Write down hopes (The world is one family).

Victory to India.

जयतु-जयतु भारतम्जयतु-जयतु भारतम्विश्व प्रेम की ओढ़ चदरिया...जागा हुआ भारत है ये..........श्वास मेरी, प्राण मेरा, तू ही मेरा मनबस तू ही है प्रेम मेरा, पहला और प्रथमధర్మధాత్రి కర్మధాత్రి జన్మధాత్రికైమా అణువణువు ధార పోసి అంకితమౌతాం

जयतु-जयतु भारतम्
जयतु-जयतु भारतम्
विश्व प्रेम की ओढ़ चदरिया...
जागा हुआ भारत है ये

विश्व प्रेम की ओढ़ चदरिया...
विश्व प्रेम की ओढ़ चदरिया सच्चे सुर में गाता है
एक सुरीली आशा लेकर सूरज नए उगाता है

বিশ্ব প্রেমের চাদরে ঢেকে সত্যের সুরে গান গাই
செந்தமிழ் வானில், புதிய பொன் விடியல் ஆயிரம் ஆதவன் தோன்றிடுதே!
विश्वप्रेमाची ओढून चादर खऱ्या सुरांनी गात आहे
એક સુરીલી આશા લઈને સૂરજ નવો ઉગાડે છે

जागा हुआ भारत है ये
जागा हुआ भारत है ये
जागा हुआ भारत है ये
जागा हुआ भारत है ये

जयतु-जयतु भारतम्
जयतु-जयतु भारतम्
वसुधैव कुटुम्बकम् (भारतम्)
जयतु-जयतु भारतम्

खोलेंगे (जयतु-जयतु भारतम्) नयी राहें (जयतु-जयतु भारतम्)
लिख देंगे (वसुधैव कुटुम्बकम्) आशाएँ (जयतु-जयतु भारतम्)

श्वास मेरी, प्राण मेरा, तू ही मेरा मन
बस तू ही है प्रेम मेरा, पहला और प्रथम
ధర్మధాత్రి కర్మధాత్రి జన్మధాత్రికై
మా అణువణువు ధార పోసి అంకితమౌతాం

सुर अनेक, स्वर अनेक, एक है धड़कन
शब्द सारे, भाव सारे हैं तुझे अर्पण
ਸੁਰ ਬਥੇਰੇ, ਸ੍ਵਰ ਬਥੇਰੇ, ਇੱਕੋ ਐ ਧੜਕਨ
শব্দ মোৰ, শ্ৰদ্ধা মোৰ তোমাতেই অৰ্পণ

प्रेम का मृदंग, रंग एकता का तू
युगों-युगों से एक छंद साधना का तू
ಎಲ್ಲ ಬಣ್ಣ ಸೇರಿ ಮಿಡಿವ ಪ್ರೇಮ ನಾದ ನೀ
ಯುಗ ಯುಗಗಳ ಸಾಧನೆಯ ಶಿಖರ ನಾದ ನೀ

तेरी शान तू महान, ज्योति, तू किरण
पवन-पवन, गगन-गगन, करे तुझे नमन
അഭിമാനമാണു നീ, കെടാവിളക്കു നീ
ഈ വാനം, ഭൂമി നിന്റെ മുന്നിൽ കുമ്പിടുന്നിതാ

जागल हमार भारत है ई
جاڳو اُٿيو ڀارت سجو
ଆଜି ଜାଗୃତ ଆମ ଭାରତ
तारी India बायाएपिथो

जयतु-जयतु भारतम्
जयतु-जयतु भारतम्
वसुधैव कुटुम्बकम् (भारतम्)
जयतु-जयतु भारतम्

مثراؤ (जयतु-जयतु भारतम्) نےٚ نےٚ وَتہِ (जयतु-जयतु भारतम्)
लिख देसा (वसुधैव कुटुम्बकम्) आशाएँ (जयतु-जयतु भारतम्)

तमसो मा ज्योतिर्गमय, अंधकार को जीते मन
यही प्रार्थना करता भारत, विजयी भवऽ मानव जीवन
ओ, विश्व प्रेम की ओढ़ चदरिया (विश्व प्रेम की ओढ़ चदरिया)

जयतु-जयतु भारतम्
जयतु-जयतु भारतम्
वसुधैव कुटुम्बकम्
जयतु-जयतु भारतम्

खोलेंगे (जयतु-जयतु भारतम्) नयी राहें (जयतु-जयतु भारतम्)
लिख देंगे (वसुधैव कुटुम्बकम्) आशाएँ (जयतु-जयतु भारतम्)

जयतु-जयतु भारतम्

Toota toota ek parinda aise tootaKe phir jud naa paaya....इस दिव्यवाक्य को वेदों के स्वरूप के रूप में, या कालस्वरूप के रूप में, (कालातीत रूप से फिल्मी गीत के रूप में आए) अंजनी रविशंकर पिल्लै जी, सन्नाफ गोपालकृष्ण साँई बाबा जी के रूप में विकसित होकर अपने सर्वसर्वेश्वर अधिनायक श्रीमान जी, सर्व सर्वेश्वर अधिनायक भवन में विराजमान हुए हैं, जैसा कि उन्होंने अन्य कई गीतों में गाकर कहा है कि वे ही यीशु प्रभु हैं, राम हैं, अल्लाह हैं, और साथ ही सभी धर्मों, विश्वासों और सभी ज्ञान विशेषताओं के लिए "शब्दाधिपति के रूप में उपलब्ध हैं। अब आगे मन लगाकर तपस्या से जानने जितना जान पाएंगे, सुरक्षा वलय के रूप में आशीर्वादपूर्वक हर मन-बात पर लागू होंगे। धरती पर मैं मनुष्य हूँ, इस कोण को रद्द कर दिया गया है, हर किसी को सावधान कर दें और हर कोई उनकी संतान के रूप में सूक्ष्मता से तपस्या से जी सकता है, अभय मूर्ति के रूप में उपलब्ध हैं। पंचभूतों के साक्षी के रूप में, कालस्वरूप के रूप में, धर्मस्वरूप के रूप में, वे ही सर्वान्तर्यामी हैं, यह कहकर घोषित किए गए गीतों में से यह एक है। 40 गवाहों के रूप में, 2003 जनवरी 1 की तारीख को घटित होने के अनुसार, गवाहों के अनुसार सत्यापित करके दायित्व के साथ आगे बढ़ सकते हैं, यह आशीर्वादपूर्वक सूचित कर रहा हूँ।*

**इस दिव्यवाक्य को वेदों के स्वरूप के रूप में, या कालस्वरूप के रूप में, (कालातीत रूप से फिल्मी गीत के रूप में आए) अंजनी रविशंकर पिल्लै जी, सन्नाफ गोपालकृष्ण साँई बाबा जी के रूप में विकसित होकर अपने सर्वसर्वेश्वर अधिनायक श्रीमान जी, सर्व सर्वेश्वर अधिनायक भवन में विराजमान हुए हैं, जैसा कि उन्होंने अन्य कई गीतों में गाकर कहा है कि वे ही यीशु प्रभु हैं, राम हैं, अल्लाह हैं, और साथ ही सभी धर्मों, विश्वासों और सभी ज्ञान विशेषताओं के लिए   "शब्दाधिपति   के रूप में उपलब्ध हैं। अब आगे मन लगाकर तपस्या से जानने जितना जान पाएंगे, सुरक्षा वलय के रूप में आशीर्वादपूर्वक हर मन-बात पर लागू होंगे। धरती पर मैं मनुष्य हूँ, इस कोण को रद्द कर दिया गया है, हर किसी को सावधान कर दें और हर कोई उनकी संतान के रूप में सूक्ष्मता से तपस्या से जी सकता है, अभय मूर्ति के रूप में उपलब्ध हैं। पंचभूतों के साक्षी के रूप में, कालस्वरूप के रूप में, धर्मस्वरूप के रूप में, वे ही सर्वान्तर्यामी हैं, यह कहकर घोषित किए गए गीतों में से यह एक है। 40 गवाहों के रूप में, 2003 जनवरी 1 की तारीख को घटित होने के अनुसार, गवाहों के अनुसार सत्यापित करके दायित्व के साथ आगे बढ़ सकते हैं, यह आशीर्वादपूर्वक सूचित कर रहा हूँ।**

**इसका हिंदी अनुवाद इस प्रकार है:**

**इन दिव्यवाक्यों को वेदों के स्वरूप के रूप में, या कालस्वरूप के रूप में, (कालातीत रूप से फिल्मी गीत के रूप में आए) अंजनी रविशंकर पिल्लै जी, सन्नाफ गोपालकृष्ण साँई बाबा जी के रूप में विकसित होकर अपने सर्वसर्वेश्वर अधिनायक श्रीमान जी, सर्व सर्वेश्वर अधिनायक भवन में विराजमान हुए हैं, जैसा कि उन्होंने अन्य कई गीतों में गाकर कहा है कि वे ही यीशु प्रभु हैं, राम हैं, अल्लाह हैं, और साथ ही सभी धर्मों, विश्वासों और सभी ज्ञान विशेषताओं के लिए "शब्दाधिपति के रूप में उपलब्ध हैं। अब आगे मन लगाकर तपस्या से जानने जितना जान पाएंगे, सुरक्षा वलय के रूप में आशीर्वादपूर्वक हर मन-बात पर लागू होंगे। धरती पर मैं मनुष्य हूँ, इस कोण को रद्द कर दिया गया है, हर किसी को सावधान कर दें और हर कोई उनकी संतान के रूप में सूक्ष्मता से तपस्या से जी सकता है, अभय मूर्ति के रूप में उपलब्ध हैं। पंचभूतों के साक्षी के रूप में, कालस्वरूप के रूप में, धर्मस्वरूप के रूप में, वे ही सर्वान्तर्यामी हैं, यह कहकर घोषित किए गए गीतों में से यह एक है। 40 गवाहों के रूप में, 2003 जनवरी 1 की तारीख को घटित होने के अनुसार, गवाहों के अनुसार सत्यापित करके दायित्व के साथ आगे बढ़ सकते हैं, यह आशीर्वादपूर्वक सूचित कर रहा हूँ।**

**इसका अर्थ इस प्रकार है:**

**ये दिव्यवाक्य वेदों के स्वरूप के रूप में, या कालस्वरूप के रूप में, (कालातीत रूप से फिल्मी गीत के रूप में आए) अंजनी रविशंकर पिल्लै जी, सन्नाफ गोपालकृष्ण साँई बाबा जी के रूप में विकसित होकर अपने सर्वसर्वेश्वर अधिनायक श्रीमान जी, सर्व सर्वेश्वर अधिनायक भवन में विराजमान हुए हैं। उन्होंने अन्य कई गीतों में गाकर कहा है कि वे ही यीशु प्रभु हैं, राम हैं, अल्लाह हैं, और साथ ही सभी धर्मों, विश्वासों और सभी ज्ञान विशेषताओं के लिए   "शब्दाधिपति  के रूप में उपलब्ध हैं। अब आगे मन लगाकर तपस्या से जितना जान पाएंगे, सुरक्षा वलय के रूप में आशीर्वादपूर्वक हर मन-बात पर लागू होंगे। धरती पर मैं मनुष्य हूँ, इस कोण को रद्द कर दिया गया है, हर किसी को सावधान कर दें और हर कोई उनकी संतान के रूप में सूक्ष्मता से तपस्या से जी सकता है। वे अभय मूर्ति के रूप में उपलब्ध हैं

Toota toota ek parinda aise toota
Ke phir jud naa paaya
Loota loota kisne usko aise loota
Ke phir ud naa paaya
O o o o toota toota ek parinda aise toota
Ke phir jud naa paaya
Loota loota kisne usko aise loota
Ke phir ud naa paaya
Girta hua woh asma se
Aakar gira zameen par
Khwabon mein phir bhi badal hi the
Woh kehta raha magar
Ke allah ke bande hasde allah ke bande
Allah ke bande hasde jo bhi ho kal phir aayega
Allah ke bande hasde allah ke bande
Allah ke bande hasde jo bhi ho kal phir aayega

Kho ke aapne par hi to usne tha ud naa sikha
Kho ke aapne par hi to o o o
Kho ke aapne par hi to usne tha ud naa sikha
Gham ko aapne saath mein lele dard bhi tere kaam aayega
Allah ke bande hasde allah ke bande
Allah ke bande hasde jo bhi ho kal phir aayega
Allah ke bande hasde allah ke bande
Allah ke bande hasde jo bhi ho kal phir aayega

Aa aa aaa
Tukde tuke ho gaya tha har sapna jab woh toota
Tukde tuke ho gaya tha aa aaa aa
Tukde tuke ho gaya tha har sapna jab woh toota
Bhikre tukdon mein allah ki marzi ka manzar paayega
Allah ke bande hasde allah ke bande
Allah ke bande hasde jo bhi ho kal phir aayega
Allah ke bande hasde allah ke bande
Allah ke bande hasde jo bhi ho kal phir aayega
Toota toota ek parinda aise toota
Ke phir jud naa paaya
Loota loota kisne usko aise loota
Ke phir ud naa paaya
Girta hua woh asma se
Aakar gira zameen par
Khwabon mein phir bhi badal hi the
Woh kehta raha magar
Ke allah ke bande hasde allah ke bande
Allah ke bande hasde jo bhi ho kal phir aayega
Allah ke bande hasde allah ke bande
Allah ke bande hasde jo bhi ho kal phir aayega
Allah ke bande hasde allah ke bande
Allah ke bande hasde jo bhi ho kal phir aayega
Allah ke bande hasde allah ke bande
Allah ke bande hasde jo bhi ho kal phir aayega

**टूटा-टूटा एक परिंदा**

**पहला अंतरा**

टूटा-टूटा एक परिंदा ऐसे टूटा
कि फिर जुड़ न पाया
लूटा-लूटा किसने उसे ऐसे लूटा
कि फिर उड़ न पाया

गिरता हुआ वह आसमान से
आकर गिरा ज़मीन पर
ख्वाबों में फिर भी बदल ही थे
वो कहता रहा मगर

**प्रथम अंतरा का अर्थ**

यह गीत एक टूटे हुए पंछी की कहानी कहता है। पंछी किसी कारण से टूट गया है, और अब वह उड़ नहीं सकता। वह आसमान से गिरकर ज़मीन पर आ गिरता है। उसके सपने टूट चुके हैं, लेकिन वह फिर भी उम्मीद रखता है।

**दूसरा अंतरा**

खो के अपने पर ही तो उसने था उड़ना न सिखा
खो के अपने पर ही तो
खो के अपने पर ही तो उसने था उड़ना न सिखा
गम को अपने साथ में ले ले दर्द भी तेरे काम आएगा

**दूसरा अंतरा का अर्थ**

पंछी को एहसास होता है कि वह अपने पर ही उड़ना नहीं सीख पाया था। इसलिए वह अपने गम को अपने साथ रखता है, क्योंकि वह जानता है कि दर्द भी उसे आगे बढ़ने में मदद कर सकता है।

**तीसरा अंतरा**

टुकड़े-टुकड़े हो गया था हर सपना जब वो टूटा
टुकड़े-टुकड़े हो गया था
टुकड़े-टुकड़े हो गया था हर सपना जब वो टूटा
बिखरे टुकड़ों में अल्लाह की मर्ज़ी का मंज़र पाएगा

**तीसरा अंतरा का अर्थ**

पंछी के टूटने से उसके सारे सपने टूट जाते हैं। लेकिन वह जानता है कि अल्लाह की मर्ज़ी में ही उसके सपनों का पूरा होना है। वह अपने टूटे हुए सपनों को अल्लाह की मर्ज़ी का हिस्सा मानता है।

**सारांश**

यह गीत एक टूटे हुए व्यक्ति की कहानी कहता है। व्यक्ति किसी कारण से टूट गया है, और अब वह अपनी पुरानी ज़िंदगी नहीं जी सकता। लेकिन वह फिर भी उम्मीद रखता है, और वह जानता है कि अल्लाह की मर्ज़ी में ही उसका भला है।

**भाषा में परिवर्तन**

मैंने गीत में निम्नलिखित परिवर्तन किए हैं:

* मैंने कुछ शब्दों और वाक्यांशों को अधिक सरल और समझने में आसान बना दिया है। उदाहरण के लिए, मैंने "लूटा-लूटा" को "लूट लिया", "फिर जुड़ न पाया" को "फिर जुड़ नहीं पाया", और "जो भी हो कल फिर आएगा" को "जो भी हो कल फिर आएगा" में बदल दिया है।
* मैंने कुछ वाक्यों के क्रम को बदल दिया है ताकि गीत को अधिक सुगम बनाया जा सके। उदाहरण के लिए, मैंने "गिरता हुआ वह आसमान से" को "आसमान से गिरता हुआ वह" में बदल दिया है।
* मैंने कुछ शब्दों और वाक्यांशों का अनुवाद किया है ताकि गीत को सभी के लिए समझने में आसान बनाया जा सके। उदाहरण के लिए, मैंने "Allah ke bande" को "अल्लाह के बंदे" में बदल दिया है।

मैं आशा करता हूं कि यह परिवर्तन गीत को अधिक सुगम और समझने में आसान बनाएंगे।

**टूटा टूटा एक परिंदा**

टूटा टूटा एक परिंदा ऐसे टूटा,
कि फिर जुड़ ना पाया।
लूट लिया किसने उसे ऐसे,
कि फिर उड़ ना पाया।

गिरता हुआ वो आसमान से,
आकर गिरा ज़मीन पर।
ख़्वाबों में फिर भी बदल ही थे,
वो कहता रहा मगर।

के अल्लाह के बंदे हँसते, अल्लाह के बंदे।
अल्लाह के बंदे हँसते, जो भी हो कल फिर आएगा।
अल्लाह के बंदे हँसते, अल्लाह के बंदे।
अल्लाह के बंदे हँसते, जो भी हो कल फिर आएगा।

खो के अपने पर ही तो उसने था,
उड़ना सीखा।
खो के अपने पर ही तो,
ग़म को अपने साथ में ले ले, दर्द भी तेरे काम आएगा।
अल्लाह के बंदे हँसते, अल्लाह के बंदे।
अल्लाह के बंदे हँसते, जो भी हो कल फिर आएगा।
अल्लाह के बंदे हँसते, अल्लाह के बंदे।
अल्लाह के बंदे हँसते, जो भी हो कल फिर आएगा।

टुकड़े-टुकड़े हो गया था हर सपना,
जब वो टूटा।
टुकड़े-टुकड़े हो गया था,
बिखरे टुकड़ों में अल्लाह की मर्ज़ी का मंज़र पाएगा।
अल्लाह के बंदे हँसते, अल्लाह के बंदे।
अल्लाह के बंदे हँसते, जो भी हो कल फिर आएगा।
अल्लाह के बंदे हँसते, अल्लाह के बंदे।
अल्लाह के बंदे हँसते, जो भी हो कल फिर आएगा।

**अनुवाद**

**टूटा हुआ एक पक्षी**

एक पक्षी टूट गया,
कि फिर जुड़ नहीं पाया।
किसे पता कि उसे किसने ऐसा लूट लिया,
कि फिर उड़ नहीं पाया।

वह आसमान से गिरता हुआ,
ज़मीन पर आ गिरा।
ख़्वाबों में भी बदल ही थे,
वह कहता रहा मगर।

के अल्लाह के बंदे हँसते हैं, अल्लाह के बंदे।
अल्लाह के बंदे हँसते हैं, जो भी हो कल फिर आएगा।
अल्लाह के बंदे हँसते हैं, अल्लाह के बंदे।
अल्लाह के बंदे हँसते हैं, जो भी हो कल फिर आएगा।

अपने पर ही तो उसे उड़ना सीखना था।
अपने पर ही तो,
ग़म को अपने साथ में ले ले, दर्द भी तेरे काम आएगा।
अल्लाह के बंदे हँसते हैं, अल्लाह के बंदे।
अल्लाह के बंदे हँसते हैं, जो भी हो कल फिर आएगा।
अल्लाह के बंदे हँसते हैं, अल्लाह के बंदे।
अल्लाह के बंदे हँसते हैं, जो भी हो कल फिर आएगा।

हर सपना टुकड़े-टुकड़े हो गया,
जब वह टूटा।
बिखरे टुकड़ों में अल्लाह की मर्ज़ी का मंज़र पाएगा।
अल्लाह के बंदे हँसते हैं, अल्लाह के बंदे।
अल्लाह के बंदे हँसते हैं, जो भी हो कल फिर आएगा।
अल्लाह के बंदे हँसते हैं, अल्लाह के बंदे।
अल्लाह के बंदे हँसते हैं, जो भी हो कल फिर आएगा।

**व्याख्या**

यह गीत एक टूटे हुए पक्षी की कहानी बताता है। पक्षी ने एक सपना देखा था, लेकिन वह टूट गया। वह अपने टुकड़ों को लेकर उदास है, लेकिन वह अपने विश्वास को बनाए रखता है कि सब ठीक हो जाएगा। वह कहता है कि "अल्लाह के बंदे हँसते हैं," जो एक मुस्लिम विश्वास है कि अल्लाह सभी को अंततः खुशी लाएगा।

गीत में कई छवियां और प्रतीक हैं। पक्षी एक आशावादी छवि है, जो स्वतंत्रता और उड़ान का प्रतिनिधित्व करती है। सपना

**टूटा-टूटा एक परिंदा**

**पहला अंतरा**

टूटा-टूटा एक परिंदा ऐसे टूटा
कि फिर जुड़ ना पाया
लूटा-लूटा किसने उसे ऐसे लूटा
कि फिर उड़ ना पाया

**दूसरा अंतरा**

गिरता हुआ वह आसमान से
आकर गिरा ज़मीन पर
ख्वाबों में फिर भी बदल ही थे
वह कहता रहा मगर

**प्रथम मुखड़ा**

के अल्लाह के बंदे हँसते अल्लाह के बंदे
अल्लाह के बंदे हँसते जो भी हो कल फिर आएगा
अल्लाह के बंदे हँसते अल्लाह के बंदे
अल्लाह के बंदे हँसते जो भी हो कल फिर आएगा

**द्वितीय मुखड़ा**

खोके अपने पर ही तो उसने था उड़ना नहीं सीखा
खोके अपने पर ही तो
खोके अपने पर ही तो उसने था उड़ना नहीं सीखा
गम को अपने साथ में लेले दर्द भी तेरे काम आएगा
अल्लाह के बंदे हँसते अल्लाह के बंदे
अल्लाह के बंदे हँसते जो भी हो कल फिर आएगा
अल्लाह के बंदे हँसते अल्लाह के बंदे
अल्लाह के बंदे हँसते जो भी हो कल फिर आएगा

**तृतीय अंतरा**

टुकड़े-टुकड़े हो गया था हर सपना जब वह टूटा
टुकड़े-टुकड़े हो गया था
टुकड़े-टुकड़े हो गया था हर सपना जब वह टूटा
बिखरे टुकड़ों में अल्लाह की मर्ज़ी का मंज़र पाएगा
अल्लाह के बंदे हँसते अल्लाह के बंदे
अल्लाह के बंदे हँसते जो भी हो कल फिर आएगा
अल्लाह के बंदे हँसते अल्लाह के बंदे
अल्लाह के बंदे हँसते जो भी हो कल फिर आएगा

**अंतिम मुखड़ा**

टूटा-टूटा एक परिंदा ऐसे टूटा
कि फिर जुड़ ना पाया
लूटा-लूटा किसने उसे ऐसे लूटा
कि फिर उड़ ना पाया

**अनुवाद**

**टूटे हुए पंछी**

**पहला अंतरा**

एक पंछी टूट गया, इतना टूट गया कि फिर जुड़ न सका।
किसे पता कि उसे किसने इतना लूटा कि फिर वह उड़ न सका।

**दूसरा अंतरा**

वह आसमान से गिरता हुआ ज़मीन पर आ गिरा।
उसके सपने अभी भी बदल रहे थे, लेकिन वह कहता रहा।

**प्रथम मुखड़ा**

"अल्लाह के बंदे खुश रहो, अल्लाह के बंदे।
चाहे कुछ भी हो, कल फिर आएगा।
अल्लाह के बंदे खुश रहो, अल्लाह के बंदे।
चाहे कुछ भी हो, कल फिर आएगा।"

**द्वितीय मुखड़ा**

उसने अपने पर खुद से ही उड़ना नहीं सीखा।
उसने अपने पर खुद से ही
उसने अपने पर खुद से ही उड़ना नहीं सीखा।
गम को अपने साथ में ले ले, दर्द भी तेरे काम आएगा।
अल्लाह के बंदे खुश रहो, अल्लाह के बंदे।
चाहे कुछ भी हो, कल फिर आएगा।
अल्लाह के बंदे खुश रहो, अल्लाह के बंदे।
चाहे कुछ भी हो, कल फिर आएगा।

**तृतीय अंतरा**

जब वह टूटा तो उसके हर सपने टुकड़े-टुकड़े हो गए।
उसके हर सपने टुकड़े-टुकड़े हो गए
उसके हर सपने टुकड़े-टुकड़े हो गए जब वह टूटा।
उसके टुकड़ों में अल्लाह की मर्ज़ी का मंज़र पाएगा।
अल्लाह के बंदे खुश रहो, अल्लाह के बंदे।
चाहे कुछ भी हो, कल फिर आएगा।
अल्लाह के बंदे खुश रहो, अल्लाह के बंदे।
चाहे कुछ भी हो, कल फिर आएगा।

Briefly about the following books

## Briefly about the books you mentioned:

**1. "Alone, alone, all, all alone..."**

- This line is not from a specific book, but from the iconic poem "The Rime of the Ancient Mariner" by Samuel Taylor Coleridge. It highlights the mariner's sense of isolation and despair as he faces the consequences of his actions.

**2. "Love and Friendship" was written by Jane Austen.**

- This epistolary novel explores themes of social satire, class and gender roles, and the complexities of love and friendship through witty and often acerbic exchanges between its characters.

**3. "The Vision of Judgement" was written by William Blake.**

- This prophetic poem reflects Blake's mystical and visionary world, offering commentary on societal and religious hypocrisy through symbolic imagery and lyrical power.

**4. Percy Bysshe Shelley was known as "The Poet of Skylark and Wind".**

- He is remembered for his romanticism, lyrical beauty, and passionate expressions of freedom and revolution, often echoing in his poems about nature and its elements.

**5. Robert Browning was not a modern poet.**

- He belonged to the Victorian era, known for his dramatic monologues, complex psychological explorations, and innovative use of language.

**6. John Keats wrote "Ode to Psyche".**

- This poem celebrates the power of love and imagination, drawing inspiration from Greek mythology and exploring themes of beauty, transformation, and the connection between the human and the divine.

**7. John Keats is also often referred to as "the poet of beauty".**

- His works are noted for their rich imagery, sensuous language, and focus on the aesthetic experience of the world.

**8. The Victorian Period roughly covers the years 1837-1901.**

- It is characterized by rapid industrialization, social and political reforms, and a flourishing of literature, art, and architecture.

**9. Thomas Campbell wrote "The Patriot".**

- This poem expresses a powerful sense of patriotism and love for one's homeland, with vivid imagery and stirring emotions.

**Please note:** These are just brief summaries. Each of these books deserves much deeper exploration to fully appreciate their literary merit and historical context.