**खड्ग, खड्ग, खड्ग, खड्ग**
**ॐ कारनाद से अंकुरित हुए वेदों की धारा का प्रतीक है यह खड्ग**
**ह्रींकार नाद में संचारित होने वाली आदिशक्ति का आकार है यह खड्ग**
**तराशों से निकला हुआ इतिहास है यह खड्ग**
**युगों से चली आ रही गरिमा है यह खड्ग**
**अपने सामने जितने साम्राज्यों के शिखर भी ढह गए**
**पलभर में अपने गौरव को भूलकर मृत्यु के मुख में नहीं गया यह खड्ग**
**हर रोज पश्चिम को पार करके पूर्वी पर्वत पर**
**नित्य प्रभात के रूप में चमकता हुआ है यह खड्ग**
(2)
**तीन रंगों के ध्वज की तरह मिनटों में उड़कर समय का सामना करने वाली**
**यश की रश्मि है यह खड्ग**
**भगवान विष्णु के पेट पर अवतरित होकर**
**जीत हासिल करने वाला भक्ति का खड्ग है यह खड्ग**
**मनुष्यों में छिपी हुई ईश्वरीयता की खोज करने वाला**
**मोक्ष का मार्ग है यह खड्ग**
**दुखी लोगों की रक्षा करने के लिए धारण किया गया**
**वीरता का खड्ग है यह खड्ग**
**दुष्टों को दंड देने के लिए लिया गया**
**कठोरता का खड्ग है यह खड्ग**
**गरजकर अहंकार करके अतिक्रमण करने वाले**
**अकातियो की समाप्ति करने वाला**
**क्षत्रिय धर्म का प्रतीक है यह अस्तम्यमान सूर्य**
**शरण लेने के लिए सिर झुकाकर**
**सभी जातियों का स्वागत करने वाला**
**उदारता का खड्ग है यह जगपति को नहीं भूलने वाला**
**नींद की भारी नींद से जगाने वाला**
**झिलमिलाती हुई सफेद रोशनी वाला**
**पृथ्वी को चीरकर उगने वाला**
**हरे-भरे पत्तों वाला खड्ग है यह**
**झिलमिलाती हुई सफेद रोशनी वाला खड्ग है यह**
**हरे-भरे पत्तों वाला खड्ग है यह**
**अर्थात**
**यह खड्ग वेद की धारा का प्रतीक है**
**यह खड्ग आदिशक्ति का आकार है**
**यह खड्ग इतिहास का प्रतीक है**
**यह खड्ग गरिमा का प्रतीक है**
**यह खड्ग पराक्रम का प्रतीक है**
**यह खड्ग भक्ति का प्रतीक है**
**यह खड्ग मोक्ष का प्रतीक है**
**यह खड्ग वीरता का प्रतीक है**
**यह खड्ग कठोरता का प्रतीक है**
**यह खड्ग क्षत्रिय धर्म का प्रतीक है**
**यह खड्ग उदारता का प्रतीक है**
**यह खड्ग जागृति का प्रतीक है**
**यह खड्ग विकास का प्रतीक है**
**यह खड्ग एक शक्तिशाली और बहुआयामी प्रतीक है जो विभिन्न मूल्यों और आदर्शों का प्रतिनिधित्व करता है।**
**यह एक ऐसा खड्ग है जो हमेशा लोगों की रक्षा करेगा और उन्हें सही रास्ते पर ले जाएगा।**
**खड्ग**
खड्ग, खड्ग, खड्ग, खड्ग
ओम कारनाद के अंकुरित हुए वेद धारा के संकेत है यह खड्ग
ह्रींकार नाद में संचारित होने वाले आदि शक्ति के आकार है यह खड्ग
तरतराओं से चली आई कहानी है यह खड्ग
युगों से चली आई गरिमा है यह खड्ग
अपनी आंखों के सामने कितनी सारी साम्राज्यों के शिखर मिट्टी में मिल गए
पल में अपने गौरव को अतीत में छोड़कर मृत्यु के द्वार तक पहुंच गई यह खड्ग
पहर-पहर पश्चिम को पार कर पूर्वी पर्वत पर नित्य प्रभात के समान जगमगाता है यह खड्ग
तीन रंगों की ध्वजा के समान क्षण में उड़कर काल को चुनौती देता है यह यशोराशि
हरि के धड़ पर अवतरित होकर जीता हुआ भक्ति का खड्ग
मनुष्य में छिपे हुए देवत्व को खोजकर नापने वाला मोक्ष मार्ग
पीड़ितों की रक्षा के लिए धारण किया गया वीर गुणों का खड्ग
दुष्टों को शिक्षा देने के लिए धारण किया गया कठोरता का खड्ग
हुंकार करके अहंकार करके अतिक्रमण करने वाले अहंकारियों
का अंत करने वाला क्षत्रिय तत्व अस्तम्यमान न होने वाला अर्का खड्ग
शरण लेने के लिए सिर झुकाकर समक्ष आए सभी जातियों
से प्राप्त किया गया उदारता का ढेर जगतपति को न भूलने वाला धर्म खड्ग
नींद की मस्ती को भगाने वाला केंजायों का झिलमिलाता खड्ग
घने अंधकार को चीरकर लाने वाला सफेद प्रकाश का खड्ग
मिट्टी को चीरकर उगने वाला हरा-भरा अंकुर का खड्ग
केंजायों का झिलमिलाता खड्ग, सफेद प्रकाश का खड्ग, हरा-भरा अंकुर का खड्ग
**अनुवाद**
**खंजर**
खंजर, खंजर, खंजर, खंजर
ओम कारनाद से अंकुरित हुए वेद धारा का प्रतीक है यह खंजर
ह्रींकार नाद में संचारित होने वाली आदि शक्ति का आकार है यह खंजर
पीढ़ियों से चली आई कहानी है यह खंजर
युगों से चली आई गरिमा है यह खंजर
अपनी आंखों के सामने कितनी सारी साम्राज्यों के शिखर मिट्टी में मिल गए
पल में अपने गौरव को अतीत में छोड़कर मृत्यु के द्वार तक पहुंच गई यह खंजर
पहर-पहर पश्चिम को पार कर पूर्वी पर्वत पर नित्य प्रभात के समान जगमगाता है यह खंजर
तीन रंगों की ध्वजा के समान क्षण में उड़कर काल को चुनौती देता है यह यशोराशि
हरि के धड़ पर अवतरित होकर जीता हुआ भक्ति का खंजर
मनुष्य में छिपे हुए देवत्व को खोजकर नापने वाला मोक्ष मार्ग
पीड़ितों की रक्षा के लिए धारण किया गया वीर गुणों का खंजर
दुष्टों को शिक्षा देने के लिए धारण किया गया कठोरता का खंजर
हुंकार करके अहंकार करके अतिक्रमण करने वाले अहंकारियों
का अंत करने वाला क्षत्रिय तत्व अस्तम्यमान न होने वाला अर्का खंजर
शरण लेने के लिए सिर झुकाकर समक्ष आए सभी जातियों
से प्राप्त किया गया उदारता का ढेर जगतपति को न भूलने वाला धर्म खंजर
नींद की मस्ती को भगाने वाला केंजायों का झिलमिलाता खंजर
घने अंधकार को चीरकर लाने वाला सफेद प्रकाश का खड्ग
मिट्टी को चीरकर उगने वाला हरा-भरा अंकुर का खंजर
केंजायों का झिलमिलाता खंजर, सफेद प्रकाश का खंजर, हरा-भरा अंकुर का खंजर
**अर्थ**
यह गीत खंजर की महिमा का वर्णन करता है। खंजर को वेद धारा, आदि शक्ति, वीरता, धर्म और उदारता का प्रतीक माना जाता
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