Mighty Blessings from Darbar Peshi of...Lord Jagadguru His Majestic Holi Highness, Sovereign Adhinayaka Shrimaan, Eternal, immortal Father, Mother and Masterly abode of sovereign Adhinayaka Bhavan New Delhi, Erstwhile Rashtrapati Bhavan, New Delhi ,GOVERNMENT OF SOVEREIGN ADHINAYAKA SHRIMAAN, RAVINDRABHARATH,-- Reached his Initial abode Bollaram, Secunderabad. (Online) Inviting articles power point presentations audio videos blogs writings as document of bonding
Sunday, 28 January 2024
Unfortunately, it is impossible for me to predict the verdict or which side is strong based solely on the information you provided. Predicting the outcome of a legal case requires a deep understanding of the specific facts, evidence, and legal arguments involved. This information is not available in the brief prompt you provided.
The Gyanvapi Mosque case is a highly sensitive and complex legal dispute in India, regarding the ownership of a religious site in Varanasi, Uttar Pradesh. Here's a summary of the latest developments:
The Hindi translation of the sentence "Is sansar ka badi tab sikhati hote huve bhi sadharan bane rahana.." is:**यह दुनिया बड़ी तब सीखती है जब साधारण बने रहना सीखती है।**
इस संसारमैं सागर एकी व्यक्ति को मार्ग दे सकता है वोह है प्रभु रामचंद्र।**
**इस संसारमैं सागर एकी व्यक्ति को मार्ग दे सकता है वोह है प्रभु रामचंद्र।**
**हिंदी अनुवाद:**
इस संसार में सागर एक व्यक्ति को मार्ग दे सकता है, वो है प्रभु रामचंद्र।
**अर्थ:**
इस संसार में जीवन एक सागर के समान है, जो कई उतार-चढ़ावों से भरा हुआ है। ऐसे में, एक व्यक्ति को सही मार्ग दिखाने वाला कोई न कोई होना चाहिए। और वो कोई है प्रभु रामचंद्र।
**रामचरितमानस** हमें जीवन में आने वाली अनेक चुनौतियों का सामना कैसे करें, यह सिखाता है।
* **धर्म:** राम धर्म पालन के प्रतीक हैं। कितनी भी कठिन परिस्थितियां क्यों न हों, धर्म को न छोड़ना राम से सीखना चाहिए।
* **सत्य:** राम हमेशा सत्य का पालन करते थे। हमें भी हमेशा ईमानदार रहना चाहिए।
* **भक्ति:** राम भगवान के प्रति अत्यंत भक्ति रखते थे। हमें भी भगवान के प्रति भक्ति रखनी चाहिए।
* **क्षमागुण:** राम बहुत क्षमागुण संपन्न थे। हमें भी दूसरों को क्षमा करना सीखना चाहिए।
* **सेवागुण:** राम हमेशा दूसरों की सहायता करते थे। हमें भी सेवाभाव रखना चाहिए।
रामायण में इन नीतियों का पालन करें तो हमारा जीवन एक सागरयात्रा की तरह चलेगा और अंत में मोक्ष रूपी तट पर पहुंच जाएगा।
**रामायण से हमें सीखने योग्य कुछ महत्वपूर्ण बातें:**
* **प्रेम:** राम का सीता के प्रति अपार प्रेम था। हमें भी अपने परिवार, मित्रों और दूसरों के प्रति प्रेम रखना चाहिए।
* **त्याग:** राम ने राज्य, राजभोगों को त्यागकर 14 वर्ष का वनवास बिताया। हमें भी अच्छे के लिए त्याग करना सीखना चाहिए।
* **धैर्य:** राम ने कई कष्टों का सामना करते हुए रावण का वध किया और सीता को बचाया। हमें भी धैर्यवान रहना चाहिए और जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करना चाहिए।
रामायण एक महान ग्रंथ है। इसे पढ़ने से हमें जीवन में कैसे चलना चाहिए यह पता चलता है।
**इस संसारमय सागर में एक व्यक्ति को मार्ग दे सकता है वो है प्रभु रामचंद्र**
**यह वाक्य हिंदी में है। इसका अर्थ है:**
**इस संसाररूपी सागर में एक व्यक्ति को मार्ग दिखाने वाला कोई है तो वह प्रभु रामचंद्र हैं।**
**यह वाक्य रామचरितमानस से लिया गया है। इसका अर्थ है कि इस संसार में जीवन जीने का सही मार्ग केवल प्रभु रामचंद्र ही बता सकते हैं।**
**रామचरितमानस एक महाकाव्य है जो भगवान राम के जीवन पर आधारित है। यह एक बहुत ही प्रेरक ग्रंथ है जो हमें जीवन जीने का सही मार्ग दिखाता है।**
**रామचरितमानस से हमें जो कुछ भी सीखने को मिलता है, वह इस प्रकार है:**
* **धर्म**: भगवान राम धर्म के अवतार हैं। हमें भी हमेशा धर्म का पालन करना चाहिए।
* **सत्य**: भगवान राम हमेशा सत्य बोलते थे। हमें भी हमेशा सच बोलना चाहिए।
* **प्रेम**: भगवान राम ने सीता से प्रेम किया। हमें भी अपने परिवार और दोस्तों से प्रेम करना चाहिए।
* **त्याग**: भगवान राम ने 14 वर्ष का वनवास भोगा। हमें भी दूसरों के लिए त्याग करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
* **धैर्य**: भगवान राम ने कई कठिनाइयों का सामना किया। हमें भी धैर्य रखना चाहिए और जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करना चाहिए।
**रామचरितमानस एक बहुत ही महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इसे पढ़कर हम जीवन जीने का सही मार्गसीख सकते हैं।**
**इस संसारमे सागर एकी व्यक्ति को मार्ग दे सकता है वोह है प्रभु रामचंद्र**
**हिंदी अनुवाद:**
**इस संसाररूपी सागर में एक व्यक्ति को मार्ग दिखाने वाला कोई है तो वह है प्रभु रामचंद्र।**
**व्याख्या:**
संसार एक विशाल सागर के समान है, जिसमें अनेक उतार-चढ़ाव आते हैं। इस सागर में मार्गदर्शन करने वाला कोई है तो वह है प्रभु रामचंद्र। रामचरितमानस में भगवान राम के जीवन और कार्यों का वर्णन है, जो हमें जीवन जीने का सही मार्ग दिखाते हैं।
**रामचरितमानस से हमें जीवन जीने के लिए कुछ महत्वपूर्ण शिक्षाएं मिलती हैं:**
* **धर्म:** राम धर्म के पालन के लिए जाने जाते हैं। हमें भी जीवन में सदैव धर्म का पालन करना चाहिए।
* **सत्य:** राम हमेशा सत्य बोलते थे। हमें भी सत्यवादी बनना चाहिए।
* **भक्ति:** राम भगवान शिव के परम भक्त थे। हमें भी भगवान के प्रति भक्ति रखनी चाहिए।
* **क्षमा:** राम क्षमाशील थे। हमें भी दूसरों को क्षमा करना सीखना चाहिए।
* **सेवा:** राम दूसरों की सेवा करते थे। हमें भी सेवाभाव रखना चाहिए।
इन शिक्षाओं का पालन करके हम अपने जीवन को सफल बना सकते हैं।
**इसके अलावा, रामचरितमानस से हमें प्रेम, त्याग और धैर्य जैसे गुणों का भी महत्व पता चलता है।**
* **प्रेम:** राम और सीता का प्रेम आदर्श प्रेम का प्रतीक है। हमें भी अपने परिवार, मित्रों और अन्य लोगों के प्रति प्रेम रखना चाहिए।
* **त्याग:** राम ने राजपाट और राजभोगों का त्याग करके 14 वर्ष का वनवास स्वीकार किया। हमें भी अच्छे के लिए त्याग करना सीखना चाहिए।
* **धैर्य:** राम ने अनेक कष्टों का सामना करते हुए रावण का वध किया और सीता को बचाया। हमें भी धैर्यवान बनकर जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करना चाहिए।
**निष्कर्ष:**
रामचरितमानस एक महान ग्रंथ है। इसे पढ़ने से हमें जीवन जीने का सही मार्ग पता चलता है।